मुझे राजस्थान के उदयपुर में नारायण सेवा संस्थान जाने का अवसर मिला। ‘नर सेवा नारायण सेवा’ के मंत्र को सिद्ध करने वाली इस संस्थान का सेवा कार्य अत्यंत प्रशंसनीय है।
देवउठनी एकादशी के अगले दिन द्वादशी तिथि पर तुलसी और शालिग्राम (भगवान विष्णु) का विवाह करना एक पवित्र परंपरा है, जिसे तुलसी विवाह के नाम से जाना जाता है। यह अनुष्ठान न केवल धार्मिक है, बल्कि इसमें प्रकृति और जीवन के प्रतीकात्मक संदेश भी निहित हैं।
हिंदू पंचांग में कार्तिक मास को वर्ष का सबसे पवित्र महीना माना गया है। यह महीना न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ा है, बल्कि जीवन और आत्मिक शुद्धि का भी प्रतीक है। इस बार कार्तिक मास 8 अक्टूबर से प्रारंभ होकर 5 नवंबर 2025 तक रहेगा।
आगामी विजयादशमी पर नारायण सेवा संस्थान अपना 41वाँ स्थापना दिवस मनाने जा रहा है। नारायण सेवा संस्थान सिर्फ एक संस्था नहीं है अपितु यह समाज में अलग थलग रह रहे दिव्यांग लोगों को नया जीवन देने के मिशन में कार्य कर रहा