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खरमास एक पवित्र अवधि है जिसमें आध्यात्मिक विकास, दान-पुण्य, और आत्म-चिंतन पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। इस दौरान कुछ विशेष नियमों का पालन करना चाहिए, जैसे कि सात्विक आहार लेना, दान करना, और आध्यात्मिक प्रथाओं का अभ्यास करना।
भारतीय संस्कृति में अमावस्या का दिन अत्यंत पवित्र और आध्यात्मिक महत्व रखता है। यह दिन हमें आत्म-विश्लेषण, शांति और ईश्वर की आराधना का अवसर देता है। सालभर की अमावस्याओं में पौष अमावस्या का एक विशेष स्थान है।
हिंदू धर्म में एकादशी का विशेष महत्व है। इसे सभी व्रतों में श्रेष्ठ माना गया है। एकादशी के व्रत से मनुष्य को न केवल सांसारिक सुख-सुविधाएं मिलती हैं, बल्कि मोक्ष का मार्ग भी प्रशस्त होता है। इन्हीं एकादशियों में से एक है सफला एकादशी, जो पौष मास के कृष्ण पक्ष के ग्यारहवें दिन मनाई जाती है।