संस्थान कई दिव्यांग लोगों के जीवन को समृद्ध बनाने के लिए सामूहिक विवाह का आयोजन करते हैं और जरूरतमंद बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करते हैं।
वर्ष 2026 में मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को मनाया जाएगा। इस दिन पुण्य काल दोपहर 03:13 बजे से शुरू होकर शाम तक रहेगा, जिसमें स्नान-दान और सूर्य पूजा से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
पौष पुत्रदा एकादशी 30 दिसंबर 2025 (बुधवार) को है। यह एकादशी संतानहीन दंपत्तियों के लिए वरदान स्वरूप मानी जाती है। भगवान विष्णु की पूजा, व्रत और विशेष रूप से अन्न-भोजन का दान करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है तथा संतान का कल्याण होता है। इस दिन शुद्ध मन से दान करने पर अक्षय पुण्य मिलता है।
खरमास एक पवित्र अवधि है जिसमें आध्यात्मिक विकास, दान-पुण्य, और आत्म-चिंतन पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। इस दौरान कुछ विशेष नियमों का पालन करना चाहिए, जैसे कि सात्विक आहार लेना, दान करना, और आध्यात्मिक प्रथाओं का अभ्यास करना।