निर्जला एकादशी सनातन परंपरा में महत्वपपूर्ण एकादशी है जो भगवान विष्णु की आराधना के लिए समर्पित है। निर्जला एकादशी को ‘ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी’ के नाम से जाना जाता है। निर्जल शब्द का अर्थ होता है बिना जल के।
शनि अमावस्या 2025: 29 मार्च को शुभ मुहूर्त और सूर्य ग्रहण की स्थिति जानें। शनि देव की पूजा, दान और पितृ दोष से मुक्ति के उपाय। इस दिन का धार्मिक महत्व और दान की महिमा भी समझें।