आज के बदलते हुए युग में एनजीओ महिलाओं के भविष्य को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। विभिन्न एनजीओ इस क्षेत्र में अथक प्रयास कर रहे हैं ताकि महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए समान अवसर, अधिकार और संसाधन मिलें। इस लेख में हम बताएंगें कि समाज में काम करने वाले एनजीओ महिलाओं के जीवन में किस प्रकार से परिवर्तन ला रहे हैं-
गैर सरकारी संगठनों का प्राथमिक फोकस महिलाओं के बीच शिक्षा और साक्षरता को बढ़ावा देना है। दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कई लड़कियों को अभी भी उचित शिक्षा तक पहुंच नहीं है। जिसको देखते हुए विभिन्न एनजीओ स्कूलों का निर्माण करवाते हैं, छात्रवृत्ति प्रदान करते हैं और बेटियों को स्कूल भेजने के लिए अभिवाहकों को प्रोत्साहित करते हैं। शिक्षा एक ऐसा हथियार है जो महिलाओं को आगे बढ़ने और स्वतंत्र बनने के लिए आत्मविश्वास प्रदान करता है।
देश में काम कर रहे एनजीओ महिलाओं को जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रदान करते हैं। इनकी पहुंच विशेषकर ग्रामीण और वंचित इलाकों की महिलाओं के बीच होती है। एनजीओ ग्रामीण क्षेत्रों में क्लीनिक स्थापित करते हैं और चिकित्सा शिविर आयोजित करते हैं। स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच में सुधार करके विभिन्न एनजीओ महिलाओं को स्वस्थ रहने में मदद करते हैं।
एनजीओ द्वारा चलाए जा रहे सशक्तिकरण कार्यक्रमों का उद्देश्य महिलाओं को आत्मविश्वास और कौशल से लैस करना है। एनजीओ महिलाओं के लिए इस तरह के कार्यक्रम समय-समय पर चलाते रहते हैं। जिससे महिलायें गरीबी और भेदभाव के चक्र से छुटकारा पाने में सक्षम होती हैं और जिंदगी में आगे बढ़ती हैं।
एनजीओ महिलाओं को आर्थिक सहायता देकर उन्हें व्यवसाय में आगे बढ़ने के प्रोत्साहित करते हैं। गैर सरकारी संगठनों की इस पहल से महिलायें सशक्त होती हैं। जिससे उन्हें अपने घरों और समुदायों में स्वायत्तता और निर्णय लेने की शक्ति प्राप्त होती है। आर्थिक सशक्तिकरण से गरीबी कम करने में भी मदद मिलती है और महिलाओं और उनके परिवारों की समग्र भलाई में सुधार होता है।
नारायण सेवा संस्थान राजस्थान के उदयपुर में स्थित एनजीओ है जो पिछले 39 वर्षों से लगातार दिव्यांगजनों की भलाई के साथ ही महिलाओं की सशक्तिकरण के लिए काम कर रहा है। संस्थान ने कई मायनों में महिलाओं को समाज में आगे बढ़ाने के लिए काम किये हैं जो निम्न हैं-
कौशल प्रशिक्षण : नि:शुल्क कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से नारायण सेवा संस्थान महिलाओं के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव ला रहा है। संस्थान दिव्यांग महिलाओं को सिलाई प्रशिक्षण, कंप्यूटर प्रशिक्षण और मोबाइल रिपेयरिंग प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। जिससे लाभान्वित होकर महिलाएं भी अब नौकरी पा रही हैं और अपना काम शुरू कर रही हैं जिससे उन्हें सम्मानपूर्वक जीवन यापन करने में मदद मिल रही है।
नि:शुल्क शिक्षा : नारायण सेवा संस्थान अपने विद्यालय ‘नारायण चिल्ड्रन एकेडमी‘ में निर्धन गरीब बच्चियों को नि:शुल्क शिक्षा भी प्रदान करता है, ताकि बच्चियां शिक्षित हो सकें और वो समाज में कंधे से कंधा मिलाकर चल सकें।
देश में विभिन्न एनजीओ स्वास्थ्य देखभाल, सशक्तिकरण, आर्थिक सहायता के माध्यम से महिलाओं के भविष्य को आकार देने का काम कर रहे हैं। अपने अथक प्रयासों के माध्यम से, ये गैर सरकारी संगठन अधिक न्यायसंगत और समावेशी दुनिया का निर्माण करने का प्रयास कर रहे हैं। जिसके परिणाम हमें निकट भविष्य में देखने को मिलेंगे।