30 March 2023

Kamada Ekadashi: मनोकामना पूर्ण करने वाली कामदा एकादशी!

कामदा एकादशी के पावन अवसर पर अनाथों को भोजन कराएं और भगवान विष्णु की विशेष कृपा पाएं!  

कामदा एकादशी हिंदू धर्म में एक प्रमुख त्योहार है जो प्रति वर्ष चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। मनोकामना पूर्ति के कारण इस एकादशी को कामदा एकादशी कहा जाता है। यह त्योहार विभिन्न नामों से जाना जाता है, जैसे कामद एकादशी, फलदा एकादशी, पापमोचनी एकादशी और चैत्र शुक्ल एकादशी। इस दिन धार्मिक और नैतिक उत्थान के साथसाथ जीवन में अनुशासन और वैराग्य की प्रेरणा भी होती है। 

हिन्दू पंचांग के अनुसार इस वर्ष कामदा एकादशी 19 अप्रैल शुक्रवार को मनाई जाएगी। कहा जाता है कि इस दिन हर मंगलमय कार्य पूर्ण होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सुहागन स्त्रियां यदि कामदा एकादशी का व्रत रखती हैं तो वह अखंड सौभाग्यवती रहती हैं। है। कामदा एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति की गुप्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और घर में सुख शांति बनी रहती है। साथ ही यह दिन मोक्ष प्राप्ति के लिए सबसे उपयुक्त दिन माना जाता है।                                                                                                                                                                              

कामदा एकादशी का महत्व

कामदा एकादशी का महत्व उस समय से उठता है जब भगवान श्री कृष्ण ने भक्त धनंजय को एकादशी व्रत के फलस्वरूप उन्हें एक सुंदर दिव्य वाहन दिया था। इस दिन भगवान विष्णु की उपासना करने से मनुष्य के सभी पाप नष्ट होते हैं और वह सुख और समृद्धि प्राप्त करता है। 

इस त्योहार को मनाते समय अपने पूरे परिवार के साथ भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। संध्या काल में दीप जलाने से पूरे घर में ऊर्जा का विस्तार होता है और सभी वास्तुओं को शुभ बताया जाता है।     

कमदा एकादशी को लोग उत्साह से मनाते हैं और उस दिन उपवास भी रखते हैं। इस दिन दानधर्म करना अत्यंत शुभ होता है। लोग इस दिन अन्न दान करते हैं ताकि उन लोगों को भी खाने का सामान मिल सके जो गरीबी से ग्रस्त हैं और भूख से मर रहे हैं। इस दिन गैरसरकारी संगठनों, मंदिरों, ब्राह्मणों और जरूरतमंद व्यक्तियों को किया गया दान परम पुण्य की प्राप्ति में सहायक हो सकता है।                                          

कामदा एकादशी पर अवश्य करें दान धर्म…

एकादशी के दिन दान देने का भी विशेष महत्व होता है। दान के जरिए हम अपने अच्छे कर्मों की सीड़ियां बोते हैं और अन्य लोगों को सहायता देकर उन्हें खुश रखते है।   

कमदा एकादशी एक धार्मिक पर्व है जिसे सनातन धर्म के अनुयायी मनाते हैं। इस दिन लोग भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करते हैं इस दिन के मौके पर नारायण सेवा संस्थान जैसे नेक एनजीओ गरीब बच्चों के लिए भोजन तैयार करते हैं और उन्हें प्रेमपूर्वक वितरित करते हैं। नारायण सेवा संस्थान एक सामाजिक एवं धार्मिक संस्थान है। यह संस्थान दिव्यंगों और गरीबों की मदद के लिए समर्पित हैं और अपने समाज के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।                                    

इस अवसर पर नारायण सेवा संस्थान को दान देकर आप भी इस पुण्य कार्य में सहयोग कर सकते हैं। नारायण सेवा संस्थान जैसी समाज सेवी संस्था है दिव्यंगों और गरीबों की स्वार्थहीन सेवा करती है तथा समाज के उत्थान के लिए निरंतर प्रयास करती है। जो लोग इन संस्थानों में दान देते हैं, वे गरीब लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण भोजन और अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करते हैं।    

यदि आप नारायण सेवा संस्थान के कार्यों का समर्थन करना चाहते हैं, तो आप इस संस्था के वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन दान कर सकते हैं या फिर संस्थान के निकटतम शाखा में जाकर भी दान कर सकते हैं। नारायण सेवा संस्थान द्वारा की जाने वाली दान की राशि दिव्यंगों और गरीबों के लिए उपयोग में लाई जाती है।            

इस पवित्र अवसर पर नारायण सेवा संस्थान को दान देकर आप अनेक जरूरतमंद लोगों की मदद करेंगे।