28 August 2023

उदयपुर में होगा भव्य सामूहिक विवाह, 51 दिव्यांग जोड़े थामेंगे एक-दूजे का हाथ

झीलों के शहर उदयपुर में एक बार फिर से नारायण सेवा संस्थान “नारायण दिव्यांग विवाह” का आयोजन कराने जा रहा है। यह विवाह 2 से 3 सितंबर तक सेवामहातीर्थ, बड़ी में आयोजित किया जाएगा। जिसमें 51 आर्थिक रूप से वंचित दिव्यांग जोड़े शादी के अटूट बंधन में बंधेंगे। समाज से अलग थलग और पिछड़े दिव्यांग लोगों के लिए इस तरह के विवाह का आयोजन करना सामाजिक सद्भाव और करुणा के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। दो दिनों तक चलने वाला यह उत्सव हम सभी के लिए आशा और प्रेरणा का प्रतीक है। 

 

नारायण सेवा संस्थान का नेक मिशन

नारायण सेवा संस्थान एक गैर सरकारी और गैर लाभकारी संगठन है। जो दिव्यांग व्यक्तियों के कल्याण और उत्थान के लिए समर्पित है। दिव्यांगता से जुड़ी गलत धारणाओं और पूर्वाग्रहों को दूर करने के उद्देश्य से स्थापित यह संगठन एक समावेशी समाज बनाने का प्रयास करता है। दिव्यांग विवाह कार्यक्रम के माध्यम से यह संगठन समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश कर रहा है। 

 

जोड़ों के लिए वित्तीय सहायता

नारायण दिव्यांग विवाह समारोह के सबसे उल्लेखनीय पहलुओं में से एक समारोह से संबंधित सभी खर्चों को वहन करने की नारायण सेवा संस्थान की प्रतिबद्धता है। वित्तीय समस्या शादी के बंधन में बंधने वाले जोड़ों के लिए एक बड़ी परेशानी है, इसलिए संस्थान ने सुनिश्चित किया है कि विवाह समारोह के सभी खर्चों का वहन नारायण सेवा संस्थान की ओर से किया जाएगा। संस्थान का लक्ष्य है कि इस समारोह में जोड़े वित्तीय चिंताओं से परे केवल जश्न मनाने पर अपना ध्यान केंद्रित करें। संस्थान का मानना है कि प्रेम और समानता मौलिक अधिकार हैं जो हर किसी के लिए सुलभ होने चाहिए, चाहे उनकी परिस्थितियां कुछ भी हों।

विभिन्न राज्यों के जोड़ों का होगा मिलन

दिव्यांग विवाह कार्यक्रम केवल उदयपुर के स्थानीय लोगों तक ही सीमित नहीं है। उदयपुर के साथ इस कार्यक्रम की ख्याति कई अन्य राज्यों की सीमाओं तक फैली है। इस उत्सव में भाग लेने के लिए विभिन्न राज्यों के दिव्यांग जोड़ों ने पंजीकरण कराया है। जिनका विवाह आगामी 2 और 3 सितंबर को संस्थान द्वारा करवाया जाएगा। इस उत्सव का जश्न मनाने के लिए देश के लोग भौगोलिक बाधाओं को तोड़कर आगे आ रहे हैं और विवाह समारोह के साक्षी बन रहे हैं। 

 

समाज पर प्रभाव

दिव्यांग विवाह कार्यक्रम सिर्फ उन 51 जोड़ों के के लिए नहीं है जो विवाह के अटूट बंधन में बंधने जा रहे हैं। जोड़ों के अलावा यह समारोह समाज के सभी लोगों के लिए है जो करुणा और दयालुता के कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। इस उत्सव का आयोजन करके, नारायण सेवा संस्थान समाज को संदेश भेज रहा है कि दिव्यांगता कभी भी प्रेम और विवाह सहित जीवन की खुशियों में बाधा नहीं बननी चाहिए। संस्थान के इस संदेश में दृष्टिकोण बदलने, रूढ़िवादिता को चुनौती देने और समावेशी समाज का मार्ग प्रशस्त करने की क्षमता है।

दिव्यांग जोड़ों के विवाह में दान करके खुशियों के बनें साक्षी

दिव्यांग और पिछ्डे जोड़ों के लिए आयोजित इस विवाह में दान देकर सहयोग करें। आपका दान किसी निर्धन का संसार बसाने में मदद करेगा। सहयोग राशि दान करें और विवाह समारोह में पुण्य के भागी बनें।