गतिमान हुआ सिंकी का
ठिठका बचपन

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सिंकी को मिला नवजीवन

प्यारी सी बेटी के जन्म से परिजन बेहद खुश थे लेकिन यह क्षणिक खुशी कुछ ही समय बाद दुःख में बदल गई। बच्ची पोलियो का शिकार थी। पानीपत निवासी सिन्की चमार का दांया पांव घुटने से ऊपर उठा एवं मुड़ा हुआ होने से पिछले 12 वर्ष से अपना जीवन कष्ट में बिता रही है। जैसे-जैसे इसकी उम्र बढ़ती गई वैसे-वैसे पीड़ा भी बढ़ती जा रही थी। रात-दिन दर्द के मारे रोती रहती थी। बेटी के इलाज हेतू माता-पिता और दादी ने आस-पास के कई अस्पतालों के चक्कर काट,े बहुत कोशिशें की परन्तु निराशा ही हाथ लगी। कुछ भी सुधार नहीं आया।

फिर एक दिन इन्हें सोशल मीडिया से उदयपुर स्थित नारायण सेवा संस्थान के निःशुल्क पोलियो सुधार ऑपरेशन एवं अन्य सेवा प्रकल्पों के बारे में पता चला। जो सिंकी के जीवन में बदलाव वाला साबित हुआ। मई 2023 में दादी के साथ संस्थान आने पर विशेषज्ञ डॉक्टर टीम ने जांच कर सिंकी के दाएं पांव का सफल ऑपरेशन कर कैलिपर्स के सहारे खड़ा कर दिया।

दादी बताती है कि आखिर बेटी को इलाज मिल ही गया जिसने उसके जीवन को ही नहीं अपितु पूरे परिवार को नया जीवन दे दिया है। घुटनों के बल घिसट कर चलने वाली सिंकी अब पैरों पर खड़ी होकर अपने सपने पूरे करने को आतुर है।