रूठी खुशियों ने गले लगाया

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सफलता की कहानी: नेहा

अमेठी,(उप्र) निवासी राजाराम-फूलवती की पुत्री नेहा (24) जन्मजात दोनों पैरों से पोलियो ग्रस्त है। नेहा रोज चुनौतियों का सामना कर जीवन बिता रही थी। दूसरों पर आश्रित होते हुए भी जैसे-तैसे उसने बी.ए. तक की शिक्षा का सफर पूरा किया।
माता-पिता उसकी दिव्यांगता के कारण बहुत दुःखी थे। उन्होंने हर संभव उपचार करवाया परन्तु कहीं से भी लाभ नहीं मिला। बेटी के भविष्य की चिंता माता-पिता को खाये जा रही थी। उनके दिन रोते हुए और रातंे जागते हुए गुजर रहीं थी।

लेकिन कहते हैं ना …उदासी भरे दिन कभी तो ढलेंगे, नए पुष्प राहों में फिर से खिलेंगे। ऐसा ही कुछ हुआ नेहा के साथ भी। वर्ष 2023, नवंबर में नारायण सेवा संस्थान द्वारा निःशुल्क पोलियो सुधारात्मक ऑपरेशन के बारे में जानकारी मिली। परिजन बिना समय गंवाए उसे संस्थान ले आये जहां डॉक्टर्स की टीम ने जाँच कर सफल ऑपरेशन कर कैलिपर्स पहनाया। अब नेहा बिना किसी सहारे और तकलीफ के आसानी से अपने पैरों पर खड़ी हो चलती है। माता-पिता खुश हैं। नेहा को भी लगता है कि रूठी खुशियां फिर लौट आई हैं।