अमावस्या पर दिव्यांग एवं बेसहारा बच्चो को भोजन दान करें और पुण्य प्राप्त करें!

वैशाख अमावस्या पर दीन-हीन, असहाय और दिव्यांग बच्चों को भोजन दान करके पुण्य के भागी बनें!

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वैशाख अमावस्या

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वैशाख अमावस्या पर दीन-हीन, असहाय और दिव्यांग बच्चों को कराएं भोजन

सनातन परंपरा के पंचांग के अनुसार, हर माह में अमावस्या मनाई जाती है। अमावस्या हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखती है, इस दिन आसमान पर चंद्र देव के दर्शन नहीं होते हैं। अमावस्या के दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और दीन-हीन, असहाय लोगों को दान देते हैं।

वैशाख अमावस्या का महत्व

वैशाख अमावस्या भारतीय संस्कृति में बेहद पुण्यदायी मानी जाती है, इस तिथि का महत्व धार्मिक परंपराओं में समृद्धि, शांति, और आध्यात्मिकता के साथ जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि इस दिन दीन-हीन, असहाय और दिव्यांग बच्चों दान देने से साधकों को भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। विभिन्न पौराणिक ग्रंथों में वैशाख अमावस्या का वर्णन विस्तार से किया गया है, जिनमें इस अमावस्या को बेहद फलदायी बताया गया है।

दीन-हीन, असहाय दिव्यांग बच्चों को भोजन कराने हेतु सहयोग करें

वैशाख अमावस्या के दिन निर्धन बच्चों को भोजन कराने से ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं। कहा जाता है कि इस शुभ दिन पर धमार्थ कार्य करने से लोगों के सुखमय जीवन का मार्ग प्रशस्त होता है।

दान देने के महत्व का उल्लेख कई पौराणिक ग्रंथों में किया गया है। मनुस्मृति में कहा गया है-

तपः परं कृतयुगे त्रेतायां ज्ञानमुच्यते ।
द्वापरे यज्ञमेवाहुर्दानमेकं कलौ युगे ॥

अर्थात् सतयुग में तप, त्रेता में ज्ञान, द्वापर में यज्ञ और कलियुग में दान मनुष्य के कल्याण का साधन है।

वैशाख मास की अमावस्या के पुण्यकारी अवसर पर नारायण सेवा संस्थान दीन-हीन, असहाय दिव्यांग बच्चों को भोजन कराने जा रहा है। संस्थान के इस कार्य में सहयोग करके पुण्य के भागी बनें।

Vaishakh Amavasya

वैशाख अमावस्या पर बेसहारा एवं भूखे बच्चों को भोजन कराएं

आपके द्वारा दिए गए 3000 रुपये के दान से 100 दीन-हीन, दिव्यांग और असहाय बच्चों को भोजन कराया जाएगा।

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