ध्यान जिंदगी में बेहद महत्वपूर्ण है। यह आपकी आंतरिक ऊर्जा को बढ़ाता है साथ ही दिमाग को एकाग्र करने में मदद करता है। ध्यान में गहन अनुभवों की तलाश करना स्वाभाविक है, खासकर जब आपने अभी-अभी ध्यान करना शुरू किया है। ध्यान तनाव को कम करने और फोकस बढ़ाने में मदद करता है। ध्यान शुरू करने से पहले कुछ सरल बातें सुनिश्चित करके आप ध्यान में बेहतर अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। ध्यान शुरू करने से पहले लोगों के मन में विचार आता है कि ध्यान शुरू कैसे करें? या क्या घर पर ध्यान की शुरुआत की जा सकती है?
यहां पर हम कुछ तरीके बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप घर पर ही ध्यान की शुरुआत कर सकते हैं।
ध्यान के लिए सही समय का चुनाव करें
ध्यान एक विश्राम की अवस्था है। यदि आप सोंच रहे हैं कि किन तरीकों से ध्यान करना शुरू किया जाए? तो इसे आप पूरी तरह अपनी सुविधानुसार शुरू करें। अपने लिए दिन में ऐसे समय का चुनाव करें जब आप जानते हों कि आपका ध्यान भंग होने की संभावना नहीं है और आपको ध्यान के आनंद में डूबने की पूरी स्वतंत्रता है। सूर्योदय और सूर्यास्त का समय ध्यान के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। यह ऐसा समय होता है जब जब घर पर शांति होती है, जिससे मन के भटकने की संभावना बेहद कम हो जाती है।
ध्यान के लिए शांत जगह का चुनाव करें
ध्यान के लिए शांतिपूर्ण वातावरण होना बेहद जरूरी है जहां आप बिना मन भटकाए बैठ सकें। ऐसी जगह शुरुआत करने के लिए बेहद शानदार होती है जहां किसी भी प्रकारका व्यवधान न हो। इस तरह की जगह ध्यान को अधिक आनंददायक और आरामदायक बना सकती है।
आरामदायक मुद्रा में बैठें
ध्यान करते समय आप किस मुद्रा में बैठे हैं? यह बेहद महत्वपूर्ण होता है। ध्यान करने के लिए आरामदायक बैठने की स्थिति ढूंढें जो आपके लिए उपयुक्त हो। अपने हाथों को अपनी गोद में रखते हुए अपनी रीढ़ को सीधा करके बैठे। जितना संभव हो सके स्थिर रहें। अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखते हुए अपने कंधों और गर्दन को ढीला रखें। ध्यान के दौरान अपने नेत्रों को बंद रखें।
खाली पेट ध्यान करें
ध्यान करते समय कहा जाता है कि व्यक्ति को खाली पेट ध्यान करना चाहिए। भोजन के बाद ध्यान न करने की सलाह इसलिए दी जाती है क्योंकि ध्यान करते समय ध्यान करने वाले व्यक्ति को झपकी आ सकती है। जिससे ध्यान में खलल उत्पन्न हो सकता है। कई बार यह भी देखा जाता है कि खाना खाने के बाद दिमाग को एकाग्र नहीं किया जा सकता। ज्यादा भूख लगने पर भी खुद को ध्यान के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए। ध्यान के लिए ऐसे संतुलित समय का चुनाव करें जब आपको लगे कि आपको भूख नहीं लगी है और आपने तुरंत पहले खाना भी न खाया हो।
ध्यान शुरू करने के पहले गहरी सांसें लें
ध्यान शुरू करने के पहले गहरी सांसें लेना ध्यान सीखने की आवश्यक युक्ति है। ध्यान तकनीक शुरू करने से पहले गहरी सांस लेना या नाड़ी शोधन प्राणायाम करना उचित माना जाता है। यह सांस की लय को स्थिर करने में मदद करता है। मन को शांतिपूर्ण ध्यान की स्थिति में ले जाता है। सांस लेते और छोड़ते समय अपनी सांस पर ध्यान दें। सांस आपको ध्यान केंद्रित करने में मदद करती है। ध्यान करते समय अगर आपका मन भटकता है तो अपना ध्यान वापस अपनी सांसों पर लाएं।
अपनी आंखें धीरे-धीरे खोलें
जैसे ही आप ध्यान के अंत में पहुंचे, अपनी आखें खोलने में जल्दबाजी न करें। इसके बजाय हथेलियों को आपस में रगड़कर अपनी आखों से लगाएं इसके बाद आखों को धीरे-धीरे खोलें। इसके बाद धीरे-धीरे अपने शरीर को गति दें। अब आप अपनी दिनचर्या के लिए तैयार हैं।