01 November 2023

इस दिन है रमा एकादशी, इन चीजों का रखें ध्यान नहीं तो प्राप्त नहीं होगा पूर्ण फल

सनातन परंपरा में एकदशी की तिथि भगवान विष्णु के लिए समर्पित मानी गई है। हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रमा एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन धर्मावलंबियों के द्वारा व्रत किया जाता है और भगवान विष्णु की उपासना की जाती है। साल 2023 में यह एकादशी 9 नवंबर को मनाई जाएगी। इस एकादशी पर कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है अन्यथा व्रत का पूरा फल प्राप्त नहीं होगा।

 

रमा एकादशी का महत्व 

हर साल दिवाली के ठीक पहले आने वाली एकादशी को रमा एकदशी कहा जाता है। इस दिन व्रत करने से भक्तों को भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। उनकी कृपा से ऐश्वर्य, कीर्ति, धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि इस दिन शाम के समय भगवान विष्णु की पूजा करने से भक्त को विष्णुलोक में जगह मिलती है और उसका कल्याण होता है। एकादशी के दिन विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने से भी भक्त को भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

 

इन चीजों का रखें ध्यान

किसी भी एकादशी पर स्वच्छता का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आस पास की साफ सफाई के साथ मन को शांत एवं स्वच्छ रखना बेहद जरूरी है। इस दिन मन में किसी भी तरह के बुरे विचार नहीं लाने चाहिए। इस दिन झूठ न बोलें, किसी की बुराई न करें और न ही किसी को अपशब्द कहें। अन्यथा आपको व्रत का पूरा फल प्राप्त नहीं होगा।

 

चावल का सेवन न करें 

एकादशी के दिन चावल का सेवन करना वर्जित है। कहा जाता है कि यदि एकदशी के दिन कोई भी व्यक्ति चावल खाता है तो वह अगली बार रेंगने वाले जीव की योनि में जन्म लेता है। इसलिए इससे बचने के लिए एकादशी के दिन चावल खाने के लिए मना किया जाता है। 

 

तुलसी में न अर्पित करें जल

एकादशी के दिन तुलसी के लिए भी नियम बनाए गए हैं। कहा जाता है कि इस दिन तुलसी में जल अर्पित नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि हर एकादशी पर तुलसी भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इसलिए तुलसी में जल नहीं चढ़ाना चाहिए। इससे व्रत खंडित हो सकता है।