17 November 2023

एक बार फिर से भारत क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में, ट्रॉफी पर होगी नजर

न्यूजीलैंड को हराकर एक बार फिर से भारत क्रिकेट विश्वकप के फाइनल में पहुंच गया है। यह चौथी बार है जब भारतीय टीम एकदिवसीय विश्वकप का फाइनल खेलेगी। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए सेमीफाइनल में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए न्यूजीलैंड पर जीत हासिल की। इस मैच में विराट कोहली और श्रेयस अय्यर ने शानदार शतक लगाया था। साथ ही मोहम्मद शमी ने जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए 7 विकेट झटके थे। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने फाइनल का टिकट कटा लिया है। एक बार फिर से भारतीय टीम की विश्व कप की ट्रॉफी पर नजर होगी। 

 

एकदिवसीय विश्व कप के फाइनल में अब तक टीम इंडिया का सफर

अगर एकदिवसीय विश्व कप के इतिहास की बात करें तो अभी तक कुल 12 विश्व कप खेले जा चुके हैं और यह 13वां एकदिवसीय विश्व कप खेला जा रहा है। इस दौरान भारत ने 1983 और 2011 के विश्व कप में जीत हासिल की है। जबकि 2003 के विश्व कप में उपविजेता रही है। 1983 के विश्व कप में भारतीय टीम ने कपिल देव की कप्तानी में शानदार प्रदर्शन किया था और पहली बार क्रिकेट विश्व कप में जीत हासिल की थी। इसके बाद साल 2003 में दूसरी बार भारतीय टीम विश्व कप के फाइनल में पहुंची। सौरव गांगुली के नेतृत्व में खेले गए इस मैच में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा। तीसरी बार भारतीय टीम साल 2011 में फाइनल में पहुंची थी। फाइनल मैच में श्रीलंका को हराकर भारतीय टीम ने दूसरी बार इस खिताब पर कब्जा जमाया था। 

 

1983 के विश्व कप में पहली बार टीम इंडिया बनी थी चैंपियन 

भारत ने पहली बार 1983 में क्रिकेट विश्व कप जीता था। फाइनल मैच भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया। इसके पहले वेस्टइंडीज की टीम 1975 और 1979 में लगातार दो बार विश्व विजेता रह चुकी थी। इतनी तेज तर्रार टीम सामने होने के बावजूद भारतीय टीम ने मैदान पर वेस्टइंडीज का डटकर मुकाबला किया। कपिल देव के नेतृत्व में पहले बल्लेबाजी करते हुए भरतीय टीम ने 183 रन बनाए थे। जवाब में वेस्टइंडीज की पूरी टीम 140 रन बनाकर पवेलियन वापस लौट गई। भारत के लिए श्रीकांत ने 38 रन बनाए थे, जबकि मोहिंदर अमरनाथ और मदन लाल ने 3-3 विकेट झटके थे। 

 

2003 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली पराजय 

साल 2003 के विश्व कप का फाइनल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दक्षिण अफ्रीका के शहर जोहान्सबर्ग में खेल गया था। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने शानदार प्रदर्शन किया और 359 रनों का स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में भारतीय टीम मात्र 234 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। भारत ने 125 रनों के अंतर से ये मैच गवां दिया। भारत के लिए वीरेंद्र सहवाग ने सर्वाधिक 82 रन बनाए थे। जबकि ऑस्ट्रेलिया के लिए रिकी पोंटिंग ने 140 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी। 

 

2011 में दूसरी बार चैंपियन बनी टीम इंडिया

साल 2011 के एकदिवसीय क्रिकेट विश्वकप का फाइनल मैच भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया था। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने इस मैच को जीतकर एकदिवसीय क्रिकेट विश्वकप में दूसरी बार अपनी विजय पताका लहराई थी। इस मैच में श्रीलंका की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट खोकर 274 रन बनाए थे। इसके जवाब में भारतीय टीम ने 6 विकेट से यह मैच जीत लिया था। भारतीय टीम के लिए गौतम गंभीर ने सर्वाधिक 97 रनों की पारी खेली थी। जबकि महेंद्र सिंह धोनी ने 91 रन बनाए थे। इस मैच में भारत की तरफ से युवराज सिंह और जहीर खान ने 2-2 विकेट चटकाए थे।