27 October 2023

करवा चौथ पर भूलकर न करें ये गलतियां, नहीं मिलेगा पूरा फल

करवा चौथ हिन्दू धर्म में एक प्रमुख त्यौहार है। जो विवाहित महिलाओं द्वारा पति की लंबी उम्र की कामना के लिए मनाया जाता है। इस दौरान महिलायें सूर्योदय से चंद्रोदय तक उपवास करती हैं। कहा जाता है कि महिलाओं के इस त्याग से पति-पत्नी के संबंध में मधुरता बनी रहती है। करवा चौथ एक कठोर व्रत है जिसमें कई नियम कायदों का ध्यान रखा जाता है। अगर इन नियम कायदों का ध्यान न रखा जाए और व्रत के नियमों का पालन न किया जाए तो व्रत रखने वाले को पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता। 

 

व्रत के दौरान भूलकर भी न करें ये काम

करवा चौथ का व्रत निर्जला रखने का विधान है। इसलिए भूलकर भी दिन के समय अन्न या जल ग्रहण न करें। ऐसा करने से आपका व्रत टूट जाएगा और आपको व्रत का पूरा फल प्राप्त नहीं होगा। इसके साथ ही करवा चौथ के दिन सरगी सूर्योदय के समय ही कर लेना चाहिए। सरगी बेहद साधारण और सात्विक होना चाहिए। उसमें तेल मसालों का प्रयोग बिल्कुल भी न करें।

 

इन चीजों का न दें दान

करवा चौथ व्रत के दौरान दान देने का विशेष महत्व है। लेकिन कुछ ऐसी चीजें हैं जिनका दान व्रत के दौरान स्वीकार्य नहीं है। महिलायें इस दिन शृंगार से जुड़ी चीजें जो उनके द्वारा उपयोग की गई हों, उन्हें किसी को दान न करें। 

 

दिन में न करें आराम 

करवा चौथ के दौरान महिलायें काम के कारण काफी थका हुआ महसूस करती हैं। लेकिन इस त्यौहार पर दिन के समय आराम करना या सोना शुभ नहीं माना जाता। दिन में सोने से आपके व्रत में विघ्न पड़ सकता है। इसिलिए दिन के समय भूलकर भी आराम न करें। 

 

किसी से तुलना और प्रतिस्पर्धा न करें 

करवा चौथ कई बार दूसरी महिलाओं से तुलना का मौका भी बन सकता है। याद रखें कि व्रत का उद्देश्य व्यक्तिगत और आध्यात्मिक है। इस दिन अस्वास्थ्यकर तुलनाओं या प्रतियोगिताओं में फंसने से बचें।

 

सास को दें पूजा सामग्री 

इस दिन बहुएं अपनी शृंगार की सामग्री और पूजा सामग्री सास को देती हैं। यह काम न भूलें। नहीं तो व्रत का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होगा। बहुओं से सामग्री लेने के पश्चात सास उन्हें आशीर्वाद देती हैं। 

 

उपवास के बाद ये काम करने से बचें 

व्रत तोड़ने के बाद संतुलित और पौष्टिक भोजन करना जरूरी है। तुरंत भारी या मसालेदार भोजन खाने से बचें। हल्के भोजन से शुरुआत करें और धीरे-धीरे नियमित भोजन दोबारा शुरू करें।