जल्द ही नवंबर का महीना शुरू होने जा रहा है। इस महीने में सनातन धर्म के कई बड़े त्यौहार मनाए जाएंगे। जिनमें करवा चौथ, दिवाली, छठ पूजा, देवप्रबोधिनी एकादशी और बैकुंठ चतुर्दशी प्रमुख हैं। इन त्यौहारों में सबसे ज्यादा उत्साह लोगों के भीतर दिवाली में रहता है। यह पर्व आमतौर पर पाँच दिनों तक चलता है। जिसके दौरान धनतेरस, रूप चतुर्दशी, दिवाली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज त्यौहार मनाए जाते हैं। लेकिन इस बार यह पर्व 6 दिनों तक मनाया जाएगा। इस बार दिवाली के अगले दिन सोमवती अमावस्या मनाई जाएगी।
धनतेरस : इस बार धनतेरस का पर्व 10 नवम्बर को मनाया जाएगा। इस पर्व के साथ ही दीपावली का त्यौहार शुरू हो जाएगा। धनतेरस माँ लक्ष्मी और भगवान कुबेर के लिए समर्पित त्यौहार है। इस दिन माँ लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा की जाती है। साथ ही लोग इस दिन कोई नई धातु खरीदते हैं। कई लोग वाहन, मकान, सोना, चांदी और गहनों आदि की खरीदारी करते हैं। शाम के समय पूजा करते हुए भगवान से सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगते हैं।
रूप चतुर्दशी : इस साल रूप चतुर्दशी का पर्व 11 नवंबर को मनाया जाएगा। यह दिवाली के त्यौहार का दूसरा दिन होता है। इस दिन लोग सुबह जल्दी उठकर अच्छे से स्नान करते हैं और नए वस्त्र धारण करते हैं। रूप चतुर्दशी के दिन सजने संवरने की परंपरा है। इसलिए इस दिन लोग अपनी साज सज्जा पर विशेष ध्यान देते हैं।
दिवाली : दिवाली का पवित्र त्यौहार इस साल 12 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन लोग अपने घरों को फूलों से सजाते हैं और घरों में रंगोली बनाते हैं। दिन भर उत्सव का माहौल रहता है। रात के समय दीये जलाए जाते हैं और माँ लक्ष्मी तथा भगवान गणेश की पूजा की जाती है। बच्चे आतिशबाजी करते हैं। सभी एक दूसरे को मिठाई बांटते हैं और पर्व पर खुशी का इजहार करते हैं।
सोमवती अमावस्या : इस बार 13 नवंबर को दोपहर 2:57 बजे तक अमावस्या तिथि रहेगी। इस कारण इस दिन गोवर्धन पूजा नहीं की जाएगी। इस दिन देश भर में सोमवती अमावस्या मनाई जाएगी।
गोवर्धन पूजा: इस साल गोवर्धन पूजा 14 नवंबर को मनाई जाएगी। इस दिन गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है। साथ ही लोग भगवान कृष्ण से सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगते हैं।
भाई दूज : दिवाली की भाई दूज 15 नवंबर को मनाई जाएगी। यह त्यौहार भाई बहन के पवित्र बंधन का प्रतीक है। इस दिन बहनें भगवान की पूजा करती हैं और भाई के लिए अच्छे जीवन का आशीर्वाद मांगती हैं। सभी बहनें अपने भाइयों का टीका करके और मिठाई खिलाकर इस त्यौहार को मनाती हैं।