आस्था और आध्यात्मिकता का दिव्य मिलन
आइए, तुलसी माता और भगवान विष्णु (शालिग्राम) के इस दिव्य विवाह के साक्षी बनें। इस पुण्यदायी उत्सव में सहभागी बनकर श्री हरि की कृपा से अपने जीवन को कृतार्थ करें।
पवित्र उत्सव
तुलसी माता और भगवान विष्णु के पवित्र मिलन का दिव्य उत्सव
हिंदू धर्म में तुलसी विवाह अत्यंत शुभ और मंगलकारी माना गया है। इस दिन भक्त श्रद्धा और विधि-विधान से माता तुलसी का भगवान विष्णु के शालिग्राम रूप से विवाह कराते हैं। यह विवाह केवल एक अनुष्ठान नहीं, बल्कि भक्ति, प्रेम और समर्पण का पावन प्रतीक है। शास्त्रों में कहा गया है कि जो व्यक्ति तुलसी विवाह संपन्न कराता है, उसे कन्यादान के समान पुण्यफल प्राप्त होता है।
इस दिव्य उत्सव के आयोजन से घर में सौभाग्य, समृद्धि और शांति का वास होता है। माता तुलसी का आशीर्वाद दांपत्य जीवन में प्रेम और स्थायित्व लाता है, जबकि अविवाहित कन्याओं को उत्तम वर की प्राप्ति होती है। ऐसा विश्वास है कि तुलसी विवाह कराने से ईश्वर की कृपा सदा परिवार पर बनी रहती है और जीवन में धन-धान्य, सुख और मंगल का सतत प्रवाह बना रहता है।
नारायण सेवा संस्थान इस पुण्यपर्व पर श्रद्धा और भक्ति के साथ भव्य तुलसी विवाह का आयोजन कर रहा है। तुलसी मैया और प्रभु शालिग्राम के इस दिव्य मिलन में यजमान बनकर सहभागी बनें और श्रीहरि की अनंत कृपा के अधिकारी बनें। यदि आप स्वयं उपस्थित नहीं हो सकते, तो घर बैठे भी यजमान बनें और इस पवित्र विवाह का पुण्य प्राप्त करें। आपके सहयोग से संपन्न यह विवाह आपके जीवन में सौभाग्य, समृद्धि और शांति का प्रकाश लाएगा।