हम अब नवंबर की ठंड और जनवरी की हाड़ कंपा देने वाली सर्दी की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन हम देखते हैं कि हमारे आस पास ऐसे कई लोग हैं जिनके पास कड़ाके की ठंड का मुकाबला करने के लिए पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। भारत में लाखों लोग बेघर हैं, जिनके पास कठोर मौसम, प्राकृतिक आपदाओं और महामारी जैसी गंभीर परिस्थितियों से मुकाबला करने के लिए कोई जगह नहीं है।
सर्दियों की शुरुआत होने ही वाली है। इस दौरान ठंडी हवा चलने के साथ बेघर लोगों को इस बात की चिंता सताने लगी है कि वो इस कड़ाके की सर्दी का मुकाबला कैसे कर पाएंगे? जिनके पास सोने के लिए बिस्तर नहीं है और सिर पर छत नहीं है वो इस कड़ाके की ठंड को लेकर बेहद चिंतित हैं।
ठंड के प्रकोप को देखते हुए नारायण सेवा संस्थान ने वंचितों के लिए “सुकून भरी सर्दी” पहल शुरू की है। इस पहल के तहत संस्थान बच्चों के लिए कंबल, स्वेटर और शीतकालीन किट वितरित करेगा। शीतकालीन किट में स्वेटर, ऊनी टोपी, मोजे और जूते शामिल होंगे। जिससे बच्चे कड़ाके की ठंड का मुकाबला कर पाएंगे और स्कूल जाना बंद नहीं करेंगे।
हर साल संस्थान इस कठोर मौसम के दौरान जरूरतमंदों की मदद के लिए एक अभियान शुरू करता है। संस्थान ने विगत वर्षों में हजारों वंचित लोगों को सर्दियों के दौरान गर्म और सुरक्षित रहने में मदद की है। आपके योगदान से हम इस वर्ष भी जरूरतमंदों की मदद करने की परंपरा को जीवित रख सकेंगे।
कड़ाके की सर्दी में गरीब लोगों के लिए 50,000 स्वेटर और 50,000 कंबल दान करने की पहल में हमारा समर्थन करें।
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